शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

मै उसकी जितनी भी तारीफ करू कम है । मै उसे कभी भी नाराज़ नहीं देख सकता उसकी खुसी में ही मेरी ख़ुशी छुपी हुई है उसे मै कितना कुछ बोलते रहता हु की आप अच्छी हो आप की बात अलग है शायद एक दिन मुझे कहेगी की तुम अच्छे हो उस दिन का मुझे बेसब्री से इंतज़ार है उसकी हर बात मुझे अच्छी लगती है। उसके विचार बिलकुल अलग है और मुझे भी इस बात की ख़ुशी है। उसके भरोसे को मै कभी नहीं तोडूंगा उसे मै बहोत प्यार करता हु......

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